
दाँत को नियमित रूप से साफ न करने से, पेट में कब्ज एवं वायु के रहने से, भोजन के पश्चात दाँतों में अन्न कण फॅसे रहने से तथा अत्यधिक आइस्क्रीम खाने से दाँतों में दर्द रहता है। दाँत हिलने शुरू हो जाते हैं।
उपचार :-
- अदरक और तुलसी के पत्तों का रस दाँतो पर लगायें।
- हींग को पानी में घोलकर उस पानी से कुल्ला करें।
- रूई द्वारा लौंग का तेल दर्द वाली जगह लगायें ।
- सरसों के तेल में 1 चुटकी नमक मिलाकर दाँतों में मलें तथा 25 मिनट बाद गर्म पानी से कुल्ला करें ।
- सरसों के तेल में पिसी हुई हल्दी मिलाकर दाँतों पर मलें इससे दाँतों का दर्द तुरन्त ठीक होगा।
- गुड़ का शरबत गर्म करके कुल्ला करने पर राहत मिलती है।
- सरसों के तेल में नमक मिलाकर मंजन करने से मसुड़े भी मजबूत होते हैं।
- दाढ़ में दर्द होने पर नमक लगे अदरक के टुकड़े चुसने से आराम मिलता है।
- मूली के नियमित प्रयोग से दाँत और मसूड़े दोनो मजबूत होते है।
- दातों की सबसे अच्छी दवा है लौंग या लौंग का तेल इस्तेमाल कीजिए।
- लौंग को पानी में मिलाकर पत्थर पर घिसिए और दाँतों पर लगा लीजिए।
- एक गिलास पानी में चार लौंग डालकर उबाल लें और उससे कुल्ला करें और दातों में कभी दर्द हो ही नहीं तो रोज चूना खाएं और पेस्ट बन्द कर दें ।
- दातुन या दंतमंजन करें ।