
मेरूदण्ड के सबसे ऊपरी भाग को सर्वाइकल रीजन कहते हैं। जब गले की निचली कोशिकाओं एवं इसके जोड़ों को नुकसान पहुँचता है तो गर्दन में सूजन आ जाती है, जिससे सर्वाइकल रीजन की शाखायें दबने लगती हैं, इसी को सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइसिस कहते हैं।
कारण :-
- गलत ढंग से लम्बे समय तक सिर झुकाकर काम करने से।
- मोटा तकिया लगाकर सोने या जरूरत से ज्यादा वजन उठाने से ।
- चोट लगने से या एक्सिडेन्ट होने या अत्यधिक तनाव से ।
लक्षण :-
- गर्दन व कंधों में जकड़न ।
- गर्दन पीछे करने या सिर नीचे झुकाने पर रोगी को चक्कर आना ।
- चलने में कठिनाई होना या सुबह उठते समय गर्दन के पीछे दर्द बढ़ना ।
उपचार :-
- स्पॉन्डिलाइसिस की सरल औषधि है चूना । मरीज 1 दिन में 1-2 ग्राम चूना सुबह खा सकते हैं दही के साथ, छाछ के साथ या पानी में मिलाकर ।