
उच्च रक्त चाप (हाई बी.पी.) ब्लड प्रेशर की खासियत यह है कि यह बढ़ने पर अपने आने की आहट तक नहीं देता है। कहीं ऐसा तो नहीं कि आपको कुछ अच्छा नहीं लग रहा हो, हर समय सुस्ती सी छायी रहती हो, रात में सोकर सुबह उठने पर थकान रहती हो जैसे जिस्म में जान ही नहीं है तो उसे हाई बी. पी. की जांच करनी या करवानी चाहिए।
कारण :-
- अनुवांशिकता या मानसिक तनाव के कारण ।
- आयोडीन नमक के सेवन से ।
- ज्यादा वजन या मोटापा या अनियमित जीवन शैली से ।
- अधिक चाय, धूम्रपान और शराब के सेवन से ।

लक्षण
- सिर दर्द होना या बेचैनी होना ।
- शरीर में कमजोरी महसूस होना ।
- तेज या अनियमित हृदय गति महसूस होना ।
- मांसपेशियों में खिंचाव ।
- नींद ना आना।
- पाचन क्षमता कम होना।
प्रभाव :-
- हाई बी. पी. से मस्तिष्क की धमनियों में परिवर्तन आने लगता है जिससेब्रेन हैमरेज हो सकता है।
- बेहोशी सी छा जाती है।
- कभी-कभी पक्षाघात भी हो सकता है।
- हाई बी.पी. का दूसरा सबसे बड़ा प्रभाव दिल पर पड़ता है।
- बी. पी. बढ़ने से धमनियों में रक्त पम्प करने के लिए दिल को काफी मेहनत करनी पड़तीहै।
- कुछ वर्षों की कड़ी मेंहनत के बाद दिल थकने लगता है, जिससे उसकीरक्त पम्प करने की ताकत घट जाती है।
- थोड़ी सी शारीरिक मेहनत करनेपर सांस फूलने लगती है और धीरे-धीरे हृदय काम करना बन्द कर देता हैऔर हृदयघात की संभावनायें बढ़ जाती हैं।
- हाई बी. पी. का आँखों पर बुरा असर पड़ता है।
- रक्त दबाव बढ़ने से रेटिना कीलघु रक्त वाहिकायें बच नहीं पाती जिससे दृष्टि कम हो जाती है या धुंधली होजाती है।
- हाई बी. पी. होने से गुर्दे की खून छानने वाली इकाइयों की ओर खून लानेऔर साफ हुआ खून ले जाने वाली धमनियों पर गंभीर असर पड़ता है।जिससे कुछ वर्षों बाद गुर्दे धीरे-धीरे काम करना कम कर देते हैं।
उपचार :-
- उच्च रक्त दबाव में नमक पानी से स्नान करना है।
- 1 बाल्टी पानी में 10 से15 ग्राम नमक मिला दीजिए और इस पानी को सिर को छोड़कर पूरे शरीरपर डालिए और स्नान करने के बाद शरीर को 5-7 मिनट तक पोछिये मत। साबुन का प्रयोग कभी न करें। 15 से 20 दिन में ठीक हो जायेगा।
- सबसे अच्छा सेंधा नमक, इसके बाद काला नमक, इसके बाद ढोके वाला(क्रिस्टल वाला) नमक। बाजार में उपलब्ध पाउडर फार्म में आयोडीन युक्तनमक कभी प्रयोग न करें।
- दालचीनी का पाउडर पत्थर पर पीसकर आधा चम्मच रोज सुबह खालीपेट गुनगुने पानी के साथ लें।
- आधा चम्मच शहद और आधा चम्मचदालचीनी का पाऊडर गुनगुने पानी के साथ लें।
- मेथी दाना एक चम्मच एक गिलास गरम पानी में शाम को भिगो दें और सुबह खाली पेट पानी पीलीजिए और दाना चबा-चबाकर खा लीजिए।
- आधा चम्मच अर्जुन कीछाल का पाऊडर आधा गिलास गरम पानी के साथ सुबह खाली पेट लें काढ़े की तरह, यह हाई बी०पी०, कोलैस्ट्रॉल, ट्राईग्लिसराइड, मोटापा,हार्ट में ब्लाकेज ठीक करता है।
- लहसुन की एक-दो कली पीसकर प्रातः काल चाटने से उच्च रक्तचाप सामान्य होता है।
- शहद में नीबू का रस मिलाकर सुबह-शाम चाटने से उच्च रक्त चाप कम होता है।
- कोमल नीम की पत्ती चबाने से या उनका रस निकालकर पीने से भी रक्तचाप कम होता है और ठीक भी होता है।
- रक्त दबाव रक्त की अम्लता बढ़ने के कारण आता है, अत: ऐसीस्थिति में क्षारिय चीजें अधिक खाँए। जैसे- मेथी, गाजर कोई भी ऐसा फल जिसमें रस नहीं है जैसे-सेव, केला, अमरूद, पालक आदी। हरे पत्ते की कोई भी सब्जी क्षारिय होती है। इससे उच्च रक्त दबाव कम होगा